सदर एसडीओ एवं वकीलों के बीच उत्पन्न विवाद के बाद वकीलों को कोर्ट ने दी राहत
बक्सर। सिविल कोर्ट के अधिवक्ताओं और सदर एसडीएम अविनाश कुमार के बीच हुए मारपीट प्रकरण में शुक्रवार को बड़ा घटनाक्रम सामने आया। इस मामले में नामजद अधिवक्ताओं को कोर्ट से जमानत मिल गई। जमानत आदेश जारी होते ही अधिवक्ताओं में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने कोर्ट परिसर में एकजुट होकर जश्न मनाया। गौरतलब हो कि बीते दिनों एक मामले को लेकर अधिवक्ताओं और सदर एसडीएम के बीच तीखी नोकझोंक हो गई थी। विवाद इतना बढ़ा कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। घटना के बाद एसडीएम ने अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष बबन ओझा, धनजी सिंह समेत आधा दर्जन नामजद तथा 20 अज्ञात अधिवक्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। इस प्रकरण ने जिले में अधिवक्ताओं और प्रशासन के बीच तनातनी का माहौल पैदा कर दिया था। शुक्रवार को जब कोर्ट ने नामजद अधिवक्ताओं को जमानत प्रदान की तो वकीलों ने राहत की सांस ली। जमानत मिलने के बाद अधिवक्ताओं ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर की और परिसर में अधिवक्ता संघ जिंदाबाद के नारे लगाकर एकजुटता का संदेश दिया। उनका कहना था कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष की नहीं बल्कि अधिवक्ता समाज की गरिमा की लड़ाई है। अधिवक्ता संघ के कई सदस्यों ने कहा कि प्रशासन और अधिवक्ताओं के बीच टकराव किसी भी स्थिति में न्याय व्यवस्था के लिए सही नहीं है। साथ ही, उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि ऐसे विवादों को संवाद और आपसी सहयोग से हल किया जाना चाहिए। इस पूरे मामले ने स्थानीय स्तर पर हलचल पैदा कर दी थी। अब जमानत मिलने से अधिवक्ता समाज को राहत जरूर मिली है, लेकिन विवाद की गूंज अभी भी कोर्ट और प्रशासनिक गलियारों में सुनाई दे रही है।










