बनारपुर में किसान महापंचायत, कंपनी व प्रशासन पर भ्रष्टाचार का आरोप
बक्सर (एसएनबी)। पंचायत भवन बनारपुर में गुरुवार को किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता राजनारायण चैधरी ने की तथा संचालन डॉ. विजय नारायण राय ने किया। सभा में वक्ताओं ने कंपनी में व्याप्त भ्रष्टाचार और जांच की अपारदर्शी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन अधिकारियों पर जांच चल रही है, वही कंपनी के वातानुकूलित कक्ष में किसानों से बयान दर्ज कर रहे हैं, जिससे जांच की विश्वसनीयता संदिग्ध है। किसान नेता दिनेश कुमार ने चेतावनी दी कि यदि किसानों, मजदूरों और बेरोजगार युवाओं के अधिकारों की अनदेखी जारी रही तो भीषण जनाक्रोश सामने आएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से 10 प्रतिशत चक्रवृद्धि ब्याज जोड़कर संशोधित दर का चार गुना मुआवजा मिलना चाहिए, लेकिन भूमि अधिग्रहण अधिनियम का उल्लंघन कर प्रभावित परिवारों पर फर्जी मुकदमे लाद दिए गए हैं। युवा हल्ला बोल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने युवाओं से आह्वान किया कि यह केवल किसानों की लड़ाई नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य का भी सवाल है। उन्होंने युवाओं से राजनीतिक नारों के बजाय आंदोलन में सक्रिय भागीदारी की अपील की। बिहार राज्य दुग्ध उत्पादक संघ के अध्यक्ष अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि किसानों की दुर्दशा के लिए केंद्र सरकार की पूंजीपति-परस्त नीतियां जिम्मेदार हैं।
उन्होंने भागलपुर के पीरपैती में 1050 एकड़ जमीन और 10 लाख पेड़ मात्र एक रुपये सालाना पर देने की कड़ी आलोचना की तथा संयुक्त किसान मोर्चा, बिहार द्वारा बड़े आंदोलन की घोषणा की। प्रशांत कमल ने कहा कि युवा आंदोलन किसानों के साथ मजबूती से खड़ा रहेगा और पूरे प्रदेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ संघर्ष छेड़ा जाएगा। सभा को कई अन्य किसान नेताओं ने भी संबोधित किया। किसान महापंचायत को रामप्रवेश सिंह, बृजेश राय, शिवाजी सिंह, अंशु चैबे, गोविंद साह, नंदलाल सिंह, इसराइल खान, शैलेश राय, मोहम्मद हदीस, सुरेंद्र सिंह आदि ने भी संबोधित किया।










