राजपुर थाना प्रकरण में तीन लाख रुपये की मांग के आरोप में पूर्व एसडीपीओ धीरज कुमार पर अनुशासनिक कार्रवाई की सिफारिश
बक्सर। राजपुर थाना कांड संख्या 405/23 में आरोपित को असत्य घोषित कराने के बदले तीन लाख रुपये की मांग के गंभीर आरोप पर तत्कालीन सदर एसडीपीओ धीरज कुमार पर कार्रवाई की तलवार लटक गई है। जांच के बाद एसपी शुभम आर्य ने उनकी भूमिका संदिग्ध पाते हुए शाहाबाद डीआईजी को अनुशासनिक कार्रवाई की अनुशंसा भेज दी है। साथ ही गृह विभाग के सचिव-सह-द्वितीय अपीलीय प्राधिकार को भी रिपोर्ट प्रेषित कर दी गई है। यह मामला सोनपा निवासी शरदेन्दु राय द्वारा लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के समक्ष दायर परिवाद से जुड़ा है। आरोप है कि एसडीपीओ के रीडर मो. सैफुल अंसारी ने केस को असत्य घोषित कराने के लिए तीन लाख रुपये की मांग की। पीड़ित के अनुसार, दो किस्तों में 1 लाख 60 हजार रुपये रीडर को दिए गए, लेकिन बाद में केस में चार्जशीट दाखिल हो गई। पैसे वापस मांगने पर रीडर ने बीमारी का बहाना बनाया और संपर्क बंद कर दिया, बाद में सिर्फ 30 हजार रुपये लौटाए। जांच में बैंक निकासी व बातचीत के प्रमाण मिले। रीडर से स्पष्टीकरण मांगा गया है।










